Gantantra Diwas Nibandh In Hindi | गणतंत्र दिवस निबंध 2024

Gantantra Diwas Nibandh In Hindi: जानिए भारत के महत्वपूर्ण राष्ट्रीय त्योहार के बारे में सब कुछ! अगर आप भी गणतंत्र दिवस पर निबंध सर्च कर रहे है तो आप बिलकुल सही पेज पर पहुँच गए है नीचे हम आपको गणतंत्र दिवस पर निबंध के बारे में बताने जा रहे है

प्रत्येक वर्ष सम्पूर्ण भारत में 26 जनवरी को रिपब्लिक डे बहुत ही हर्षोउल्लास से मनाया जाता है। रिपब्लिक डे को गणतंत्र दिवस के नाम से जाना जाता है। गणतंत्र दिवस देश प्रमुख राष्ट्रीय त्योहारो में से एक है। सभी स्कूलों में बच्चो को गणतंत्र दिवस के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ घर से रिपब्लिक डे पर निबंध लिखने के लिए भी दिया जाता है।

Gantantra Diwas Nibandh In Hindi

गणतंत्र दिवस निबंध (Gantantra Diwas Nibandh In Hindi)

गणतंत्र दिवस, भारत का एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है जो प्रति वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन हमारे संविधान के प्रारूप को स्वीकृति मिली थी और भारत गणराज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था। गणतंत्र दिवस का आयोजन राष्ट्रपति की अदृश्य शपथ, परेड, और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ होता है। यह दिन हमें हमारे स्वतंत्रता और संविधान के मूल्यों की पुनः स्मृति कराता है, और साथ ही हमें एक एकता भावना की भावना से भी भरपूर करता है। गणतंत्र दिवस हर भारतीय के लिए एक गर्वपूर्ण और समर्पित दिन है, जो हमें देशभक्ति और एकता की भावना के साथ जोड़ता है।

गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है

यह तो हम सभी अच्छी तरह से जानते ही है कि 15 अगस्त 1947 को भारत ब्रिटिश शासन से मुक्त अर्थात आजाद हुआ था। आजादी से पहले देश में ब्रिटिश कानून चलता था, देश आजाद होने के बाद भारत ने अपने नियम कानून लागू करने के लिए एक संविधान बनाने का निर्णय लिया गया। संविधान पूर्ण होने के बाद 26 जनवरी 1950 को देश में संविधान को लागू किया गया था और उसी दिन से 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में सेलिब्रेट किया जाता है।

संविधान का निर्माण

देश आजाद होने के बाद 9 दिसम्बर 1947 से संविधान बनाने की शुरुआत हुई थी। संविधान का निर्माण करने के लिए 22 समितीयाँ बनाई गई थी, सभी समितियों में से प्रारूप समिति को सबसे महत्त्वपूर्ण और प्रमुख समिति थी। प्रारूप समिति को संविधान का निर्माण करने के साथ-साथ लिखने की जिम्मेदारी थी। प्रारूप समिति अध्यक्ष डॉ0 भीमराव आंबेडकर और संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद थे। समिति ने भारतीय संविधान का निर्माण 2 वर्ष, 11 माह, 18 दिन में किया था। भारतीय संविधान का निर्माण पूर्ण होने के बाद समिति ने संविधान सभा के अध्यक्ष को 26 नवम्बर 1949 को भारतीय संविधान सौंप दिया था।

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सरकारी दफ्तरों और शैक्षणिक संस्थानों में गणतंत्र दिवस

गणतंत्र दिवस के सभी शैक्षणिक संस्थानों, सरकारी दफ्तरों से लेकर प्राइवेट सेक्टर की सभी कंपनियो में धूम धाम से मनाया जाता है। देश के सभी स्कूल और कॉलेज में प्रधानाचार्य के द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। उसके बाद स्कूल में नाटक, भाषण, गीत और संगीत, निबंध लेखन के साथ-साथ रंगा रंग कार्यक्रम आयोजित होते है। इसके अलावा देश के सभी सरकारी दफ्तरों से लेकर प्राइवेट कंपनियो में झंडा फहराया जाता है। गणतंत्र दिवस के दिन आपको लगभग सभी जगहों पर देशभक्ति गाने बजते हुए दिखाई देंगे पूरे देश में देशभक्ति की भावना जोरो शोरो पर होती है।

स्कूल और कॉलेज में छात्र और छात्राएँ रंगा रंग प्रोग्राम आयोजित करते है, देशभक्ति नाटक करते है, स्वतंत्रता सेनानियों की झांकी भी बनाई जाती है। सभी बच्चो के पेरेंट्स और स्कूल के सभी टीचर प्रोग्राम का आनंद लेते है।

गणतंत्र दिवस का राजपथ पर आयोजन

सभी देशवासियो को गणतंत्र दिवस का इंतजार बेसब्री से रहता है, गणतंत्र दिवस के दिन देश की राजधानी दिल्ली में परेड के साथ साथ झांकी और सेना प्रदर्शन भी होता है। गणतंत्र दिवस के दिन स्कूल से लेकर सभी सरकारी संस्थानों में राष्ट्रीय अवकाश अर्थात सरकारी काम नहीं होता है।

दिल्ली में होने वाले गणतंत्र दिवस के प्रोग्राम की तैयारी कई दिनों पहले से शुरू हो जाती है, दिल्ली में होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ साथ परेड, झांकी और सेना के प्रदर्शन का सीधा प्रसारण टीवी पर भी लाइव दिखाया जाता है। अगर आप परेड में शामिल नहीं हो सकते है तो आप घर पर टीवी पर दिल्ली में आयोजित प्रोग्राम का आनंद उठा सकते है। दिल्ली के राजपथ पर गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया जाता है।

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गणतंत्र दिवस समारोह और परेड

दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन आयोजित होने वाला विशेष आयोजन मुख्य आकर्षण का केंद्र होता है। इस समारोह में देश के राष्ट्रपति सबसे पहले लाल किले पर ध्वजारोहण करते हैं, फिर राष्ट्रगीत गाया जाता है। गणतंत्र दिवस पर प्रत्येक वर्ष अलग अलग देशों के प्रतिनिधि को मुख्य अथिति के रूप में बुलाया जाता है। राजपथ पर होने वाली देश की तीनों सेनाओं के शक्ति प्रदर्शन को देखने के ले सभी बेकरार रहते है। इस दिन तीनो सेनाएँ अपने नए और शक्तिशाली अस्त्र और शस्त्र जैसे टैंक, टॉप, मिसाइल, रडार और लड़ाकू जहाज़ इत्यादि का प्रदर्शन करने के साथ साथ तीनों सेनाओं के जवान परेड करते हैं।

राष्ट्रपति भवन में आयोजित बीटिंग रिट्रीट

गणतंत्र दिवस के समापन होने के दो दिन बाद राष्ट्रपति भवन में बीटिंग रिट्रीट का आयोजन होता है। हालाँकि इस समारोह के बारे में काफी देशवासी नहीं जानते है। दो दिन बाद राष्ट्रपति भवन को रंग बिरंगी लाइटों से बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया जाता है। उसके बाद सेना के बैंड राष्ट्रपति भवन शानदार प्रदर्शन करते है।

निष्कर्ष

समारोह और परेड के माध्यम से गणतंत्र दिवस को समाप्त करते हुए हम अपने देश की शक्ति, सामरिक क्षमता, और एकता को साकार रूप से अनुभव करते हैं। यह एक ऐसा दिन है जो हमें हमारे संविधान और स्वतंत्रता के मूल्यों की महत्वपूर्णता को याद दिलाता है और हमें गर्वित होने का अवसर देता है। गणतंत्र दिवस के उत्सव में हम सभी एक साथ आत्मनिर्भर भारत की ऊँचाईयों की दिशा में प्रतिबद्ध होने का संकल्प लेते हैं, ताकि हमारा देश सशक्त, समृद्ध, और समृष्टि से भरा हो सके।

गणतंत्र दिवस हमें याद दिलाता है कि हम सभी एक बड़े और महान राष्ट्र के अभिन्न हिस्से हैं, और हमें मिलकर आगे बढ़ने का संकल्प लेना चाहिए। इस महत्वपूर्ण दिन को सजीव रूप से मनाकर हम सभी एक और बढ़कर, विकसित और एकमुखी भारत की दिशा में काम कर सकते हैं।


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