Global Warming Essay In Hindi Language | ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध

अक्सर स्कूल व कॉलेज में Global Warming Essay In Hindi Language लिखने के लिए कहा जाता है। बहुत विद्यार्थी ग्लोबल वार्मिंग पर सही से निबंध नहीं लिख पाते हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से आज हम आपको ग्लोबल वार्मिंग निलंबन हिंदी में बताने वाले हैं। यह निबंध कक्षा पहली से कक्षा 12वीं व अन्य कक्षाओं के लिए भी महत्वपूर्ण है।

Global Warming Essay In Hindi Language

ग्लोबल वार्मिंग पर निबंध (Global Warming Essay In Hindi Language)

प्रस्तावना

भारत सरकार के द्वारा ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए अनेक प्रकार के प्रयास किया जा रहे हैं। आज के समय में ग्लोबल वार्मिंग भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण विषय बन चुका है। ग्लोबल वार्मिंग के कारण तरह-तरह की बीमारियां भी फैल रही है ।

इसके अलावा ग्लोबल वार्मिंग कई तरह से हमारे लिए हानिकारक भी है। अगर समय रहते ग्लोबल वार्मिंग पर कंट्रोल न किया गया, तो आने वाला समय भारत और पूरी दुनिया के लिए काफी खतरनाक हो सकता हैl

ग्लोबल वार्मिंग क्या है?

जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी का विकास हो रहा है, वैसे-वैसे हमारे एनवायरनमेंट पर भी काफी बुरा प्रभाव पड़ रहा हैl वायु प्रदूषण के कारण सबसे ज्यादा खतरा आम जनता और पृथ्वी को हो रहा है l बढ़ते वाहन के जलन के कारण पर्यावरण प्रदूषण बढ़ता जा रहा है l

कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा पर्यावरण में काफी ज्यादा होती जा रही है और ऑक्सीजन की मात्रा घट रही है। इसी वजह से पर्यावरण अशुद्ध होता जा रहा है। जब पर्यावरण में तरह-तरह की हानिकारक गैसें उपस्थित हो जाएंगी, तो पर्यावरण प्रदूषण होगा ही ।

पर्यावरण प्रदूषण के कारण घातक बीमारियां हो रही है। इसके अलावा पृथ्वी का तापमान भी बढ़ता जा रहा है। ग्रीन हाउस गैसें भी इफेक्ट हो रही है। पृथ्वी पर बढ़ते कार्बन डाइऑक्साइड और हानिकारक गैसों की मात्रा से पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है। जिसे ग्लोबल वार्मिंग कहा जाता है।

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ग्लोबल वार्मिंग के कारण क्या है?

ग्लोबल वार्मिंग के बढ़ने के एक नहीं बल्कि कई कारण है। चलिए विस्तार से एक करके जानकारी प्राप्त करते हैं।
ग्लोबल वार्मिंग का सबसे पहला कारण है, पेट्रोल व डीजल के वाहनों का अत्यधिक उपयोग। आज के समय में यदि घर में चार मेंबर है, तो सबके पास अलग-अलग वाहन है।

दो पहिया वाहन और चार पहिया वाहन की बढ़ती खपत के कारण पर्यावरण प्रदूषण हो रहा है। अधिक से अधिक मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड वा अन्य कैसे पर्यावरण में फैल रही है। जिसके कारण ग्लोबल वार्मिंग हो रही है।
ग्लोबल वार्मिंग का सबसे मुख्य दूसरा कारण यह है कि आए दिन टेक्नोलॉजी का विकास हो रहा है। आज के समय में बहुत सारी ऐसी चीज आ गई है, जिनके हम अपने घर में इस्तेमाल करते हैं ।

अगर हम इलेक्ट्रॉनिक आइटम की बात करें,तो फ्रीज टीवी एक अन्य चीजों का इस्तेमाल भी काफी ज्यादा बढ़ गया है और यह भी कहीं ना कहीं ग्लोबल वार्मिंग बढ़ाने में योगदान कर रहा है। क्योंकि इसे हानिकारक गैस जैसे कि कार्बन डाइऑक्साइड बनाने गैस पर्यावरण में फैल रही है।
पहले समय में लोग बिजली का ज्यादा उपयोग नहीं किया करते थे। लेकिन आज के समय में अधिक से अधिक बिजली का उपयोग किया जा रहा है। बिजली का ज्यादा उपयोग करने से भी ग्लोबल वार्मिंग हो रही है।

ग्रीन हाउस गैसें पर इफेक्ट पड़ रहा है। खतरनाक करने पृथ्वी की सर से टकराकर वापस धरती पर आ रही है।
यह बात तो हमसे भी जानते ही हैं कि पेड़ पौधे ऑक्सीजन गैस के लिए कितने ज्यादा लाभदायक होते हैं। अब ऐसे में पेड़ों की कटाई हो रही है और नए पौधे भी नहीं लगाए जा रहे हैं ।जिसके कारण ऑक्सीजन की मात्रा पर्यावरण में कम होती जा रही है और यह भी ग्लोबल वार्मिंग का कारण है।

ग्लोबल वार्मिंग से कौन सी बीमारियां हो रही है?

  • ग्लोबल वार्मिंग के कारण स्कीन से संबंधित बीमारी हो रही है।
  • ग्लोबल वार्मिंग के कारण कैंसर, हार्ट अटैक और अन्य खतरनाक बीमारियां तेजी से फैल रही है।
  • ग्लोबल वार्मिंग के कारण आंखों पर भी इफेक्ट पड़ रहा है।

ग्लोबल वार्मिंग को कैसे कम किया जाए?

  • ग्लोबल वार्मिंग को काम करने के लिए अधिक से अधिक संख्या में पेड़ लगाने चाहिए।
  • पेड़ों की कटाई को रोकना चाहिए।
  • पेट्रोल वा डीजल से चलने वाले वाहनों का कम से कम उपयोग किया जाए।
  • ग्रीन हाइड्रोजन को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
  • बिजली से चलने वाली चीजों का काम से कम इस्तेमाल करना चाहिए,ताकि कार्बन डाई ऑक्साइड हवा में ज्यादा से ज्यादा ना फैले l

निष्कर्ष

निष्कर्षतः, ग्लोबल वार्मिंग से निपटने के लिए भारत के प्रयास सराहनीय हैं, जो जलवायु परिवर्तन से उत्पन्न पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने के लिए एक गंभीर प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। सरकार की पहल, जन जागरूकता अभियानों के साथ, सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता पर प्रकाश डालती है। ग्लोबल वार्मिंग को कम करने में सफलता के लिए एकीकृत दृष्टिकोण, सरकारी नीतियों का पालन और व्यक्तिगत और समूह योगदान की आवश्यकता होती है। वर्तमान और भावी पीढ़ियों के लिए एक स्थायी और हरित भविष्य सुरक्षित करने के लिए मिलकर काम करना महत्वपूर्ण है। ग्लोबल वार्मिंग की रोकथाम सभी के लिए सुरक्षित और समृद्ध वातावरण की कुंजी है।


इस लेख के माध्यम से हमने आपको Global Warming Essay In Hindi Language के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। इस लेख के माध्यम से हमने आपको ग्लोबल वार्मिंग क्या है, ग्लोबल वार्मिंग के कारण क्या है और कैसे ग्लोबल वार्मिंग को रोका जा सकता है। इन सभी के बारे में विस्तार से जानकारी दी है।

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