My City Delhi Essay In Hindi | मेरा शहर दिल्ली निबंध

अक्सर हम जिस शहर में रहते हैं तो वहीँ के बन जाते हैं, आज का लेख हम मेरा शहर दिल्ली (My City Delhi Essay In Hindi) पर लिखेंगे। इस लेख में दिल्ली के सुंदर स्मारकों, पुस्तकों के प्रभाव, और स्थानीय बाजारों की बात की गई है। जानिए कैसे मेरा यह शहर न केवल एक जगह है, बल्कि मेरे जीवन का हिस्सा भी। दिल्ली के हर कोने में बसी यादों का सफर और शहर की शानदारी का आनंद लें।

My City Delhi Essay In Hindi

My City Delhi Essay In Hindi | मेरा शहर दिल्ली निबंध

परिचय

मेरा शहर सिर्फ वह नहीं है जहां में रहता हूं, बल्कि वह मेरी पहचान का एक हिस्सा भी है। हर इंसान की अपने शहर की अच्छी यादें जुड़ी हैं और वे हमेशा उसके जीवन का हिस्सा बनी रहती है। मेरे लिए मेरा शहर एक ऐसा स्थान है, जहां मैंने अपने बचपन का अधिकांश समय गुजारा है। यह एक ऐसी जगह है जिससे मैं प्यार करता हूं और मैं अपना सारा जीवन गुजारना चाहता हूं। यह एक ऐसी जगह है जिससे मैं जुड़ा हुआ हूं।

मैं जिस शहर की बात कर रहा हूं, वह है दिल्ली। मेरी सारी पढ़ाई दिल्ली में हुई। दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई करना मेरा सपना था और वह सपना पूरा भी हुआ। अच्छा कॉलेज, अच्छे सहपाठी और अच्छे प्राध्यापक। वह हर चीज मुझे मिली। आज मैं जहां पहुंचा हूं, उसमें इन सब की भूमिका बहुत बड़ी थी। घर से कॉलेज जाना और इस दौरान शहर का भ्रमण करना, मेरे लिए अलौकिक कल्पना की तरह था। पढ़ाई के दौरान ही इस शहर को करीब से जाना।

दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी

दिल्ली में दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी कई जगहों पर है। वहां पर कई ऐसी किताबें मिली, जिसने मेरा सोचने और समझने का तरीका बदला। उन लाइब्रेरी में बैठना और वहां आए लोगों से विभिन्न मौके पर चर्चा करना, मेरे जीवन की बेशकीमती यादें हैं। चाहे वह पुरानी दिल्ली की लाइब्रेरी हो या सरोजनी नगर का। हर लाइब्रेरी अपने में काफी खास था। यहां पर कई सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होते थे। इसमें हमने भाग लेकर कई प्राइज भी जीते।

कपड़ा मार्केट और स्ट्रीट फूड

दिल्ली की मार्केट इस शहर की जान है। पूरे दिल्ली में कई ऐसे मार्केट हैं, जो अपनी खास चीजों के लिए फेमस है। सरोजनी नगर, गफ्फार मार्केट और पालिका मार्केट कपड़ों के लिए फेमस है। वहीं पुरानी दिल्ली की मार्केट की भी अपनी पहचान है। अगर कुछ चटपटा खाने का मन है तो आपको खान मार्केट या लाजपत नगर मार्केट भी जा सकते हैं। जनपथ मार्केट में कपड़े खरीदना मेरे लिए बहुत ही अनोखा एहसास देनेवाला है।

दिल्ली के सुंदर स्मारक

दिल्ली अपने सुंदर स्मारकों के लिए जाना जाता है। शताब्दियों से यहां कई शानदार स्मारक स्थापित किए गए हैं। कई नए भवनों का निर्माण बाद में किया गया है और वे बहुत शानदार भी हैं। लाल किला दिल्ली में सबसे पुराना स्मारकों में से एक है। लाल बलुआ पत्थर से बने किले में विभिन्न संग्रहालय शामिल हैं। वहीं हुमायूं का मकबरा अद्भुत ताजमहल की प्रतिकृति है। यह लाल बलुआ पत्थर और सफेद संगमरमर से बना है। लोटस टेम्पल भी घूमना मेरे लिए उत्तम अनुभव देनेवाला था।

वहीं दिल्ली में एक और अन्य वास्तुशिल्प प्रतिभा का नमूना कुतुब मीनार है, जो लाल रेत से बना है। यह कुतुब उद-दीन-ऐबक द्वारा बनाई गई थी। वहीं इंडिया गेट शहर के एक अन्य ऐतिहासिक स्मारक हैं जो दुनिया भर के कई पर्यटकों को आकर्षित करता है। शहीदों के नाम इस स्मारक पर उत्कीर्ण हैं। इस स्मारक पर अमर जवान ज्योति जलाई गई है जो भारतीय सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करती है। अक्षरधाम मंदिर में जहां बार-बार जाना पसंद करता हूं। यह मंदिर भक्ति और पवित्रता का एक स्थान है। सुंदर नक्काशीदार मंदिर और अन्य अद्भुत इमारतों के अलावा अक्षरधाम परिसर में हरे-भरे बागान और जल निकाय शामिल हैं।

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मंडी हाउस और प्रगति मैदान

मंडी हाउस एक ऐसी जगह है, जिसका जिक्र न करूं तो दिल्ली के साथ न्याय नहीं होगा। यही वह जगह है, जहां पर कलाकारों का जमावड़ा लगता है। मंडी हाउस में कई थिएटर हैं जहां पर कलाकार नाटकों की प्रस्तुति करते हैं। हमने भी इन नाटकों का जमकर लुत्फ उठाया है। बड़े-बड़े कलाकार यहां पर अभिनय का जलवा बिखेरते हैं। कई बार मुफ्त में तो कई बार कुछ शुल्क देकर इन कलाओं का भरपूर आनंद लिया है। वहीं पास में प्रगति मैदान है, जहां पर साल में कई बार पुस्तक मेला लगता है। विश्व पुस्तक मेला और दिल्ली पुस्तक मेला का खूब आनंद लिया है।

मेट्रो और डीटीसी बस

दिल्ली में परिवहन व्यवस्था भी काफी शानदार है। दिल्ली मेट्रो की सर्विस इतनी अच्छी है कि आप इससे सफर करना कभी नहीं भूलेंगे। इससे सफर करना एक अलग ही एहसास देनेवाला है। वहीं डीटीसी बस की अच्छी सर्विस है। कम कीमत पर यह एक स्थान से दूसरे स्थान तक हमें पहुंचाता है। इसकी एक खासियत यह भी है कि यह प्रदूषण कम फैलाता है। अब सरकार ने इलेक्ट्रिक बसें भी लाई है। यह तो जीरो प्रदूषण एमिशन करता है।

निष्कर्ष

इस तरह कहते हैं कि दिल्ली दिलवालों का है। दिल्ली में अच्छे लोग भी हैं, जो इस शहर की खूबसूरती बढ़ाते हैं। आप किसी से भी बात करें वह आपको अपना ही समझेगा। हर कदम पर वह आपकी मदद भी करेगा। इससे वह आपका दिल जीत लेगा। यही कारण है कि दिल्ली को मैं पसंद करता हूं। दिल्ली ने मुझे काफी कुछ दिया। मैं हमेशा इस शहर का ऋणी रहूंगा। दिल्ली का विकास हमेशा हो और दिल्ली एक साफ-सुथरी शहर रहे, इसके लिए हमेशा प्रयासरत रहता हूं। इसलिए मैं दिल्ली के अलावा कहीं रहने की कल्पना भी नहीं कर सकता हूं। मुझे पूरा यकीन है कि जब आप भी दिल्ली आएंगे तो यहीं का होकर रह जाएंगे।


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