आज हम आपको अपने पसंदीदा वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल कलाम (My Favourite Scientist Essay In Hindi) पर एक छोटे निबंध के माध्यम से उनके जीवन और योगदान की दुनिया में एक सफल यात्रा पर ले जाते हैं। यह निबंध हिंदी में आपको उनके महत्त्वपूर्ण क्षणों को साझा करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करता है। चलिए आज हम आपको वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल कलाम पर निबंध के बारे में बताते है।
परिचय
किसी देश को शक्तिशाली और आधुनिक देश बनाने में वैज्ञानिक की सबसे महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है। वैज्ञानिक ही अपने देश को ऊंचाइयों पर पहुँचाने का काम करता है। वैज्ञानिकों के महत्त्वपूर्ण योगदान की वजह से लगभग सभी स्कूलों में वैज्ञानिक पर निबंध लिखने को दिया जाता है। वैसे तो भारत में एक से बढ़कर एक वैज्ञानिक हुए है लेकिन वर्तमान में अधिकतर लोगों की पहली पसंद वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल कलाम है।
वैज्ञानिक कौन होता है?
वैज्ञानिक उस व्यक्ति को कहते है जो वैज्ञानिक अध्ययन करने के बाद अपने देश के लिए नई-नई खोज करता है। वैज्ञानिक विभिन्न वैज्ञानिक क्षेत्रों जैसे भौतिक विज्ञान, रसायन शास्त्र, जीव विज्ञान, गणित और खगोल विज्ञान इत्यादि में काम कर सकते हैं। वैज्ञानिक अपने शोध और विश्लेषण से नए-नए तथ्यों को उजागर करते हैं। वैज्ञानिक विशेष रूप से नए और अज्ञात क्षेत्रों की खोज करते हैं। वैज्ञानिक लगातार ऐसी चीजों का शोध करते है जिससे देश शक्तिशाली और प्रभावशाली बने।
मेरे प्रिय वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल कलाम (My Favourite Scientist Essay In Hindi)
वैज्ञानिक डॉ. अब्दुल कलाम वह नाम है जिसे भारत का बच्चा-बच्चा जानता है और देश में डॉ. अब्दुल कलाम को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। अब्दुल कलाम को भारत के मिसाइल मैन के रूप में जाना जाता है। डॉ. अब्दुल कलाम को भारतीय वैज्ञानिक के साथ-साथ राष्ट्रपति के पद पर काम कर चुके है। कलाम के नेतृत्व में ही भारत ने चंद्रयान मिशन को सफलतापूर्वक पूर्ण किया था।
उनकी सोच, विचार और योगदान ने भारतीय युवाओं में ज्ञान और प्रेरणा का स्रोत बनाया है, आज भी लाखो युवा उनसे प्रेरित होकर वैज्ञानिक बनने की चाहत रखते है। भारत में आधुनिक मिसाइल प्रोग्राम की शुरुआत अब्दुल कलाम जी के डायरेक्शन से हुई थी। देश की अग्नि मिसाइल और पृथ्वी जैसी कई सारी मिसाइल का निर्माण करने में कलाम का सबसे ज्यादा योगदान रहा था।
डॉ. अब्दुल कलाम का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
भारत के प्रमुख वैज्ञानिक डा0 अब्दुल कलाम का जन्म तमिलनाडु राज्य के रामेश्वरम के धनुषकोडी गाँव में 15 अक्टूबर 1931 को हुआ था। अधिकतर इंसानो को डॉ कलाम का पूरा नाम नहीं पता होता है, इसलिए हम आपको बता दें की डॉ कलाम का पूरा नाम डा0 अबुल पकीर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम है। डॉ कलाम का जन्म मध्यमवर्ग मुस्लिम परिवार में हुआ था और उनके पिता का नाम श्री जैनुलाबदीन और माता का नाम आशियम्मा था। जैनुलाबदीन से कलाम ने ईमानदारी और आत्मानुशासन विरासत में मिला था।
कलाम ने वैज्ञानिक बनाने का निर्णय कब लिया
जब कलाम पांचवी कक्षा में पढ़ते थे, तब उनके टीचर क्लास में पक्षी के उड़ने के तरीके के बारे में पढ़ा रहे थे, लेकिन बच्चो को कुछ समझ में नहीं आया। टीचर बच्चो को अच्छी तरह से समझाने के उद्देश्य से टीचर सभी बच्चो को समुद्र तट पर ले गए। समुद्र तट पर उड़ने वाले पक्षियों को दिखा कर बच्चो को अच्छी तरह से समझाया। इस बात से प्रेरित होकर कलाम ने उसी समय विमान विज्ञान में जाने का निर्णय लिया था।
कलाम की शिक्षा
कलाम ने अपनी शुरूआती पढ़ाई गाँव के प्राइमरी स्कूल में की थी। उन्हें बचपन से पढ़ने का बहुत ज्यादा शोक था, प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद कलाम ने तिरुचिरापल्ली के सेंट जोसेफ कॉलेज से वर्ष 1950 में बीएससी की परीक्षा पास की थी। फिर अब्दुल कलाम ने एरोनोटिकल इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त करने के बाद वर्ष 1958 में उन्होंने तकनीकी केंद्र में वरिष्ठ वैज्ञानिक सहायक के पद पर नौकरी प्राप्त की।
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डॉ अब्दुल कलाम को मिलने वाले सम्मान
डॉ अब्दुल कलाम को उनके महान योगदान की वजह से अनेको सम्मान दिए गए, वर्ष 1981 में डा0 कलाम को ‘पद्म भूषण’ से सम्मानित किया गया था। उसके बाद भारत सरकार ने वर्ष 1990 में पद्म विभूषण दिया, फिर वर्ष 1997 में उन्हें भारत रत्न दिया गया था।
उसके बाद वर्ष 2002 में उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी, उन्होंने अपनी दृढ़ इच्छा, निरंतर प्रयास और समर्पण के बल पर वैज्ञानिक समुदाय में अपनी विशेष पहचान बनाई थी। अब्दुल कलाम देश के तीसरे ऐसे राष्ट्रपति थे, जिन्हें राष्ट्रपति बनने से पहले भारत रत्न का सम्मान प्राप्त हुआ था।
वैज्ञानिक का महत्त्व
किसी देश के लिए वैज्ञानिक का महत्त्व बहुत ज्यादा होता है, वैज्ञानिक देश को विकसित करने के साथ-साथ शक्तिशाली बनाने में अहम किरदार निभाता है। आसान भाषा में समझे तो वैज्ञानिक ही देश के लिए नए नए अस्त्र शस्त्र का निर्माण करने के साथ साथ नए नए प्रयोग के माध्यम से ऐसे उपकरण का निर्माण करने में मदद करता है जिससे देश शक्तिशाली बन सकता है। वैज्ञानिक किसी भी महामारी या घातक बिमारी से निजात दिलाने के लिए कई प्रकार के टेस्ट करके उस महामारी से बचने के लिए दवा का निर्माण करते है।
निष्कर्ष
निष्कर्षतः, किसी देश को एक शक्तिशाली और आधुनिक राष्ट्र में बदलने में वैज्ञानिकों की भूमिका निर्विवाद रूप से महत्वपूर्ण है। वैज्ञानिक अपने समर्पित प्रयासों से अपने राष्ट्रों को नई ऊंचाइयों तक ले जाते हैं। विभिन्न वैज्ञानिक विषयों में फैले वैज्ञानिकों के महत्वपूर्ण योगदान, लगभग सभी स्कूलों में वैज्ञानिकों पर निबंध लिखने पर जोर देने से स्पष्ट होते हैं। जबकि भारत ने कई प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों का उदय देखा है, डॉ. अब्दुल कलाम समकालीन समय में सबसे प्रशंसित व्यक्ति के रूप में सामने आते हैं।
उनके नेतृत्व ने, विशेषकर मिसाइल विकास के क्षेत्र में, देश की प्रगति पर एक अमिट छाप छोड़ी है। डॉ. कलाम, जिन्हें अक्सर “भारत के मिसाइल मैन” के रूप में जाना जाता है, ने न केवल तकनीकी प्रगति में योगदान दिया है बल्कि अपने विचारों और दृष्टि से पीढ़ियों को प्रेरित भी किया है। एक साधारण पृष्ठभूमि से भारत के राष्ट्रपति बनने तक की उनकी यात्रा ज्ञान, ईमानदारी और आत्म-अनुशासन की शक्ति को दर्शाती है। डॉ. अब्दुल कलाम की विरासत अनगिनत युवा दिमागों को वैज्ञानिक उत्कृष्टता की आकांक्षा रखने और राष्ट्र की प्रगति में योगदान करने के लिए प्रेरित करती रहती है।
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ऊपर हमने भारत में प्रसिद्ध और प्रमुख वैज्ञानिक डॉ अब्दुल कलाम के बारे में जानकारी उपलब्ध कराई है। अगर आपको कोई और वैज्ञानिक पसंद है तो आप कलाम की जगह पर उस वैज्ञानिक के बारे में जानकारी लिख सकते है।